Hindauli School Absent Teachers: बूंदी जिले के हिंडौली सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। यह स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के गृह क्षेत्र हाड़ौती में आता है। सोमवार सुबह जब शिक्षा मंत्री के ओएसडी सतीश कुमार गुप्ता ने औचक निरीक्षण किया, तो नज़ारा चौंकाने वाला था — स्कूल के 29 में से 23 कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
अचानक निरीक्षण में खुली लापरवाही
निरीक्षण सुबह 7:50 बजे हुआ। इस दौरान स्कूल में शिक्षकों और स्टाफ की भारी कमी साफ दिखी। कई शिक्षक मनमर्जी से आते-जाते हैं और उनकी उपस्थिति पर कोई सख्त निगरानी नहीं है। यही कारण है कि पढ़ाई पर सीधा असर पड़ रहा है।
ओएसडी गुप्ता ने मौके पर ही अनुपस्थित कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए और एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिए। उन्होंने साफ कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अनुशासन और नियमित उपस्थिति जरूरी है। साथ ही चेतावनी दी कि आगे से ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
संतोषजनक जवाब न मिलने पर होगी कड़ी सज़ा
गुप्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन शिक्षकों का जवाब संतोषजनक नहीं होगा, उनके खिलाफ सीधी कार्रवाई की जाएगी। इस कदम से यह संदेश गया है कि सरकार अब स्कूलों में जवाबदेही और अनुशासन लाने के लिए सख्त है।
हाड़ौती के अभिभावकों और छात्रों को उम्मीद है कि इस कार्रवाई के बाद सरकारी स्कूलों की पढ़ाई में सुधार होगा। हालांकि, यह घटना शिक्षा विभाग की कामकाज प्रणाली पर भी सवाल खड़े करती है। लोग चाहते हैं कि आगे से ऐसी लापरवाही दोबारा न हो और शिक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए।