टोंक, 30 जुलाई 2025 — जयपुर की जीवनरेखा कहे जाने वाले बीसलपुर डेम से पानी की निकासी अब तेजी से कम हो रही है। मंगलवार रात तक खुले हुए 6 गेटों में से 3 गेट बंद कर दिए गए हैं, और बाकी बचे 3 गेटों से भी अब सिर्फ 158 हजार क्यूसेक पानी ही छोड़ा जा रहा है।
जल संसाधन विभाग ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि त्रिवेणी से डेम में आने वाले पानी की मात्रा में गिरावट देखी गई।
कौन-कौन से गेट हुए बंद?
मंगलवार रात तक बीसलपुर डेम के गेट नंबर 8 से 13 तक खोलकर पानी छोड़ा जा रहा था, लेकिन रात में गेट 8, 12 और 13 को बंद कर दिया गया।
बुधवार सुबह केवल गेट 9, 10 और 11 एक-एक मीटर तक खुले रखे गए हैं, जिससे बनास नदी में सिर्फ 18,030 क्यूसेक पानी ही बह रहा है।
डेम का जलस्तर 315.50 आरएल मीटर पर स्थिर बना हुआ है।
बारिश की कमी, उम्मीदें भी धीमी
डेम में पानी लाने वाली सहायक नदियाँ — खारी, डाई और मेनाली — अब धीमी पड़ चुकी हैं। यही वजह है कि बीसलपुर डेम में भी पानी की आमद घटने लगी है।
हालांकि, मौसम विभाग ने उम्मीद जगाई है। बुधवार को अजमेर, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। अगर बारिश हुई, तो डेम में फिर से पानी का बहाव बढ़ सकता है।
कब-कब छलका बीसलपुर डेम?
बीसलपुर डेम अब तक 7 बार छलक चुका है। एक नजर इतिहास पर:
- 2004: पहली बार खुले गेट
- 2006: दूसरी बार छलका
- 2014, 2016, 2019, 2022: हर बार भारी जल निकासी
- 2024: सातवीं बार छलका
- 2025: अब भी छलक रहा है, लेकिन बहाव कम हो गया है
कैचमेंट पर भीड़, प्रशासन अलर्ट
पानी का नजारा देखने के लिए बीसलपुर डेम पर लोगों की भीड़ जुट रही है। खासकर वीकेंड और सावन के आखिरी सोमवार को यहां भीड़ ज्यादा होने की आशंका है।
जिला प्रशासन और डेम प्रबंधन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए हैं, ताकि कोई हादसा ना